Monday, April 20, 2015

वाह रे धनवर्षा

गुजरात के जामनगर की भाजपा सांसद पूनम मदान ने एक धार्मिक कार्यक्रम में श्रद्धालुओं पर जमकर नोट उड़ाया. मीडिया से छन कर जो बात सामने आयी है, उससे पता चला कि नोट 80 लाख के आसपास थे. हालांकि पूनम ने सफाई दी है कि यह पुरानी परंपरा व दान का हिस्सा है. सौराष्ट्र के ‘लोक-दयारो’ (सांस्कृतिक समारोह) की यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है. कहा जा रहा है कि इन पैसों से सामाजिक कार्य किये जाते हैं. लेकिन यह भी हकीकत है कि अगर सामाजिक कार्य ही करना है तो पैसों को इस तरह उड़ा कर नहीं. उसके कई और रास्ते भी हैं..

Sunday, April 19, 2015

मुद्दा कोई हो, बरसिये जरूर...

रामलीला मैदान में कार्यक्रम में भाग लेते राहुल व सोनिया गांधी
आखिर अपना युवराज ने चेहरा भी दिखाया और मुंह भी खोला. वरना, भाजपाइयों ने तो चहुंओर शोर मचा दिया था कि कहां चले गये राहुल बाबा. कांग्रेसियों को जितनी चिंता नहीं थी, उससे कहीं अधिक बेचैनी भाजपा वालों को थी. वह भी तब, जब पीएमओ को पूरी जानकारी थी कि युवराज कहां है. भई कुछ बोलने का मुद्दा चाहिए. यह अलग बात है कि राहुल ने आते ही रामलीला मैदान में मुख्य मुद्दा पर जमकर बोला. अरे वही मुद्दा भूमि अधिग्रहण बिल वाला मुद्दा...

Wednesday, April 15, 2015

अंग प्रदेश के साथ अन्याय

समागम के दौरान पटना में सांसद अश्विनी चौबे
पटना में भाजपा का विराट समागम और नाराज हो गये बिहारी बाबू. मामला यही थमा नहीं. थोड़ी देर में ही राजनीतिक गलियारे से कानाफूसी शुरू हो गयी कि अंगप्रदेश के मजबूत स्तंभ भी नाराज हो गये हैं. बक्सर के बर्तमान सांसद व भागलपुर से कई वर्षो तक विधायक रहे अश्विनी चौबे को आडवाणी जी की तरह ही नजरअंदाज करने की कोशिश की गयी. कार्यकर्ता समागम में अश्विनी चौबे को मुख्य गेट से नहीं प्रवेश करने दिया गया. वे किसी तरह समर्थकों के साथ मंच तक पहुंचे, तो वहां इनके लिए कुर्सी ही नहीं थी. सो सांसद महोदय समर्थकों के बीच ही बैठ गये. इसके चंद मिनटों बाद वे वहां से निकल पड़े.