लोकसभा चुनाव में मिली तूफानी बहुमत से जहां भाजपा सातवें आसमान पर पहुंच गयी, वहीं हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में मिली सफलता ने उसे पर लगा दिये. इसमें कतई संदेह नहीं है कि लोकसभा समेत दोनों राज्यों के चुनावों में मिली सफलता में नरेंद्र मोदी व अमित शाह नामक भाजपा का ब्रह्मास्त्र अचूक रहा, लेकिन पता नहीं इन ब्रह्मास्त्र को भी दिल्ली से क्यों डर लगा हुआ है. दरअसल झारखंड व जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की चुनावी डुगडुगी बज गयी है. लेकिन इनके साथ ही दिल्ली का चुनाव एक बार फिर लटक गया. गौरतलब है कि झारखंड व जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में चुनाव कराये जायेंगे और पहले चरण में 25 नवंबर को दिल्ली में खाली हुई तीनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराये जायेंगे. ऐसे में राजनीतिक गलियारों की मानें तो उपचुनाव कराये जाने से यह संकेत तो जरूर मिल गया है कि दिल्ली विधानसभा की स्थिति अभी इसी तरह रहेगी. आप के अरविंद केजरीवाल जहां फिर से चुनाव कराना चाह रहे हैं, वहीं भाजपा पीछे हट रही है, पता नहीं चुनाव से क्यों लग रहा है डर..